'संसद-मार्च' तीन को !
सांप बख्शते नहीं किसी भी, वादक को या बीन को !!

गन्ने के बहाने !
राजनीति में अंधों के संग, हाथ मिला लेते हैं काने !!

परमाणु-हथियार !
इस्तेमाल हो गए अगर तो, पहला होगा, अंतिम बार !!

माहौल बिगाड़ने का प्रयास !
नेताओं को एक यही तो, मुद्दा मिल सकता था ख़ास !!

संसद में हंगामा !
जूते-चप्पल अलग चले थे, फटे अलग कुर्ता-पाजामा !!

खुले पड़े हैं मेनहोल !
गिरकर इसमें, निकल आये तो, 'नगर-निगम की जय हो', बोल !!

गन्ना-पेराई शुरू !
इसको लेकर कोई सियासत, खेलें कैसे, कहो, गुरु ??

महंगाई की अर्थी निकाली !
महंगाई ने चालाकी से, इसमें रक़म खर्च करवा ली !!

दुश्वारियां !
आटा महंगा, दालें महंगी, महंगी हैं तरकारियां !!

बिचौलिया !
यह रुमाल भी बिकवा देता, उसे बताकर तौलिया !!

आयकर !
पहले इसे जमा कर जा तू, फिर दुनिया को 'बाय' कर !!
-अतुल मिश्र

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    QTV Program Khwabon Ki Tabeer

    अंदाज़-ए-बयां

    सीने में जलन आंखों में तूफ़ान सा क्यूं है
    इस शहर में हर शख़्स परेशान सा क्यूं है

    दिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढूंडे
    पत्थर की तरह बे-हिस-व-बेजान-सा क्यूं है

    तन्हाई की यह कौन-सी मंज़िल है रफ़ीक़ो
    ता हददे-नज़र एक बयाबान-सा क्यूं है

    हम ने तो कोई बात निकाली नही ग़म की
    वह ज़ूद-ए-पशीमान, पशीमान-सा क्यूं है
    -शहरयार

    आज का लतीफ़ा

    "लालू जी अमेरिका गए
    वहां के मंत्री के घर देखा .........आलीशान
    बोले ............इतनी कम पे में ऐसी कोठी कैसे
    .........उसने खिड़की खोली बोला ...सामने पुल देख रहे हो ......50% कमीशन
    .........अगले साल वो मंत्री लालू जी से मिलने भारत आया
    लालू जी ने अपना महल दिखाया .............
    वो बोला इतने गरीब बिहार में आइस्सा शानदार महल .......कैसे
    लालू जी उसको छत पर ले गए .............वो नेशनल हाई वे देख रहे हो ...
    मंत्री बोला कहां है? दिखाई नहीं दिया
    लालू जी--------------100 % .........................."
    -विजय अरोरा

    लोग किस तरह की ख़बरें पढ़ना चाहते हैं?


    कैमरे की नज़र से...

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    इरफ़ान का कार्टून कोना

    इरफ़ान का कार्टून कोना
    courtesy : www.cartoonsbyirfan.com

    मुबारकबाद...

    मुबारकबाद...
    शिल्पा को खुशियां मिलें, पुष्पित मिलें उमंग... प्रगति करें, हंसती रहें, राज कुंदरा संग...अतुल मिश्र

    बोलती तस्वीर

    बोलती तस्वीर
    ट्रक में रखकर भेजे आधा दर्ज़न केले, क्योंकि इतना वज़न नहीं ढो सकते ठेले...अतुल मिश्र

    Star Web Media

    कहकशां...अगर तुमने हर हाल में ख़ुश रहने का फ़न सीख लिया तो यक़ीन कर लो कि ज़िन्दगी का सबसे बड़ा फ़न सीख लिया...ख़लील जिब्रान

    आज का दिन

    आज का दिन
    आज का दिन : 5 जिलहिज्ज सन हिजरी 1430, 23 नवम्बर 2009, सोमवार. तिथि संवत : मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष षष्ठी सोमवार 11.17 तक. विक्रम संवत 2066, शके 1931, सूर्य दक्षिणायन, हेमंत ऋतु. सूर्योदय कालीन नक्षत्र : श्रवण नक्षत्र 19.53 बजे तक, वृद्धि योग, 12.17 तक तैतीलकरण, 11.17 के बाद. ग्रह विचार : सूर्य-बुध-वृश्चिक , चंद्र-गुरु-मकर, मंगल-कर्क, शुक्र-तुला, शनि-कन्या, राहु-धनु, केतु-मिथुन. राहुकाल : सुबह 7.30 बजे से 9 बजे तक.