अतुल मिश्र
खौफनाक घटना टली!
घटना द्वारा टल जाने की, बात पुलिस को पता चली??

राहुल पर संघ का बयान!
" गांव-गांव में बीजेपी भी, महिलाओं पर ही दे ध्यान!! "

चार हज़ार पायलट बेकार!
सोचें, उस ग़रीब शिक्षित की, पढ़ा बेचकर जो घर-बार!!

फर्जी बैनामा!
फर्जी अफसर, फर्जी नेता, फर्जी हर भाषण का ड्रामा!!

माओवादी हिंसा जारी!
कब तक, कैसे निबटें इनसे, सोचेगी सरकार हमारी!!

कड़ी सुरक्षा जारी!
हिंसा हो तो अंग्रेजी में " सॉरी " रक्षा करे हमारी!!

आयोजन!
मिला सिर्फ शब्दों का भोजन??

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    अंदाज़-ए-बयां

    एक परवाज़ दिखाई दी है
    तेरी आवाज़ सुनाई दी है


    जिसकी आंखों में कटी थीं सदियां
    उसने सदियों की जुदाई दी है
    -गुलज़ार

    बस एक क्षण

    मैं तुम्हारे साथ कुछ देर बैठना चाहता हूं
    अपने अधूरे छूटे काम मैं फिर से पूरे कर लूंगा
    तुम्हारे चेहरे से दूर मेरे हृदय को एक क्षण के लिए भी शांति नहीं मिलती
    मेरे कार्यभार तटरहित समुद्र की तरह विशाल हो जाता है
    और अब ग्रीष्म ऋतु की सांसें और सरसराहट मेरी खिड़की पर सुनाई दे रही हैं
    मधुमक्खियां फूलों के दरबार में नृत्य कर रही हैं
    तब लगता है ये तुम्हारे साथ खामोशी से बैठने और फुरसत से
    जीवन के गीत गाने के क्षण हैं
    -गीतांजलि से

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    कैमरे की नज़र से...

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    कहकशां...अगर तुमने हर हाल में ख़ुश रहने का फ़न सीख लिया तो यक़ीन कर लो कि ज़िन्दगी का सबसे बड़ा फ़न सीख लिया...ख़लील जिब्रान

    रवायतें अपनी-अपनी

    मेरे घर की अगर उपेक्षा, कर तू जाए राही
    तुझ पर बादल-बिजली टूटे, तुझ पर बादल बिजली

    मेरे घर अगर दुखी मन, हो तू जाए राही
    मुझ पर बादल-बिजली टूटे, मुझ पर बादल-बिजली
    -मेरा दागिस्तान से

    आज का पंचांग

    आज का पंचांग
    तिथि संवत- मिति मार्गशीर्ष कृष्ण चतुर्थी, संवत् 2066, शाके 1931, रवि दक्षिणायने, हेमंत ऋतु, 17 जिल्काद, हिजरी सन् 1430, 6 नवंबर शुक्रवार...सूर्योदय कालीन नक्षत्र-मृगशीर्ष नक्षत्र दोपहर 2.19 तक पश्चात आद्र्रा, शिव योग तथा बालवकरण (भारतीय समयानुसार). ग्रह विचार-सूर्य, बुध व शुक्र- तुला, गुरु, राहु-मकर, मंगल, केतु- कर्क, शनि- कन्या तथा चंद्रमा मिथुन राशि में.

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